World University Games: तीरंदाज जाधव ने जीता गोल्ड मेडल

राइन-रूहर, (जर्मनी), प्रेट्र।
साहिल जाधव ने दबाव में शानदार प्रदर्शन करते हुए मेंस के कंपाउंड व्यक्तिगत वर्ग में शनिवार को स्वर्ण पदक जीता, जिससे भारतीय तीरंदाजों ने विश्व विश्वविद्यालय खेलों (डब्ल्यूयूजी) के तीरंदाजी स्पर्धा में पांच पदकों के साथ अभियान समाप्त किया।
इससे पहले परनीत कौर महिला कंपाउंड के रोमांचक फाइनल में दक्षिण कोरिया की मून यीउन के विरुद्ध दबाव में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में नाकाम रही और उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
इन दोनों के अलावा भारत ने कंपाउंड तीरंदाजों ने मिक्स्ड टीम स्वर्ण, पुरुषों की टीम रजत, महिलाओं की टीम कांस्य के साथ रिकर्व तीरंदाजों के निराशाजनक प्रदर्शन की काफी हद तक भरपाई भी कर दी।वहीं, भारत के 24 वर्षीय एथलीट प्रवीण चित्रावेल ने अपने दूसरे प्रयास में 16.66 मीटर की शानदार छलांग लगाकर त्रिकूद में रजत पदक जीता और इस तरह इस प्रतिष्ठित स्पर्धा में देश के पदकों की संख्या दो स्वर्ण, तीन रजत और तीन कांस्य पदकों तक पहुंचा दी। भुवनेश्वर का यह एथलीट आस्ट्रेलिया के कानर मर्फी से पीछे रहा, जिन्होंने 16.77 मीटर की इस सत्र की सर्वश्रेष्ठ छलांग लगाई।
भारत अपने पदकों की संख्या में और सुधार कर सकता है, क्योंकि पुरुष और महिला दोनों चार गुणा 400 मीटर रिले टीमों ने भी फाइनल के लिए क्वालीफाई करके शानदार प्रदर्शन किया है। जाधव ने फाइनल में शानदार प्रदर्शन करते हुए 15 में से 14 निशाने 10 अंक के लगाए। उनका आखिरी निशाना नौ अंक का रहा, जिससे रोमांचक फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन के अजय स्कॉट को 149-148 से हराया। स्काट के तीन एक्स (केंद्र के करीब 10 अंक वाले निशाने) के साथ शुरुआत करने के बावजूद, भारतीय ने धैर्य बनाए रखा और पांचवें दौर की आखिरी निशाने से पहले कोई चूक नहीं कीइससे पहले महिलाओं के फाइनल में दक्षिण कोरिया की तीरंदाज ने परनीत को महज एक अंक से पछाड़कर 147-146 से जीत दर्ज की। क्वालिफिकेशन चरण में शीर्ष पर रहीं परनीत ने मजबूत शुरुआत की और पहले दो दौर में शानदार प्रदर्शन कर तीसरी वरीयता प्राप्त प्रतिद्वंद्वी पर दो अंकों की बढ़त बना ली।
हालांकि, परनीत तीसरे दौर में लय नहीं बनाए रख सकी और उन्होंने दो अंक गंवा दिए। इस दौर में मून ने पूरी 30 के स्कोर के साथ बराबरी की।