BFI Cup: बीएफआई कप में सेना के मुक्केबाजों ने दिखाया दम, पांच खिलाड़ियों ने फाइनल में दर्ज की शानदार जीत

BFI Cup: बीएफआई कप में सेना के मुक्केबाजों ने दिखाया दम, पांच खिलाड़ियों ने फाइनल में दर्ज की शानदार जीत
एस विश्वनाथ, मोहम्मद हुसामुद्दीन, वंशज, सचिन और अंकुश ने फाइनल में शानदार जीत दर्ज की जिससे सेना के मुक्केबाजों का पहले बीएफआई कप में दम देखने को मिला। एशियाई अंडर-22 चैंपियन सेना के एस विश्वनाथ ने 47-50 किग्रा वर्ग के फाइनल में हरियाणा के आशीष पर 5-0 की शानदार जीत के साथ शुरुआत की। सेना के आशीष ने 50-55 किग्रा वर्ग के करीबी मुकाबले में एआईपी के नवराज को 3-2 से हराया।
हुसामुद्दीन ने बरकरार रखा शानदार प्रदर्शन
विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता सेना के हुसामुद्दीन ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए 55-60 किग्रा वर्ग के मुकाबले में भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के सागर जाखड़ को 5-0 से हराया। सेना के वंशज ने 60-65 किग्रा वर्ग में अपनी ही टीम के प्रीत मलिक को 3-2 से शिकस्त दी, जबकि साई के सुमित कुमार ने 65-70 किग्रा के फाइनल में सेना के रजत को 5-0 से हराया।
सेना के सचिन ने 70-75 किग्रा के फाइनल में हरियाणा के नीरज के खिलाफ 5-0 की आसान जीत के साथ टीम का दबदबा बनाए रखा, जबकि टीम के उनके साथी अंकुश ने 75-80 किग्रा के फाइनल में चंडीगढ़ के अमन पर 5-0 की एकतरफा जीत दर्ज की। सेना के नवीन बूरा ने 80-85 किग्रा वर्ग में रेलवे के विनीत को हराया, जबकि साई के दक्ष ने सेना के विशाल गुप्ता को 3-2 से हराकर 85-90 किग्रा का खिताब जीता। प्रतियोगिता के अंतिम फाइनल में 90 किग्रा से अधिक के सुपर हैवीवेट वर्ग में चंडीगढ़ के सावन गिल ने साइ के लक्ष्य राठी को 3-2 से हराया।
सात स्वर्ण लेकर शीर्ष पर रही सेना की टीम
सेना की टीम सात स्वर्ण पदक के साथ शीर्ष पर रही, जबकि हरियाणा और रेलवे ने पदक तालिका में क्रमश: दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया। व्यक्तिगत पुरस्कारों में 54 किग्रा वर्ग की विजेता महाराष्ट्र की खुशी जाधव को महिलाओं में सर्वश्रेष्ठ मुक्केबाज चुना गया, जबकि राजस्थान की पार्थवी ग्रेवाल (65 किग्रा) को सर्वश्रेष्ठ चैलेंजर और तमिलनाडु की जी रेसिका (80 किग्रा से अधिक) को सबसे होनहार मुक्केबाज चुना गया। पुरुष वर्ग में सेना के आशीष (55 किग्रा) ने सर्वश्रेष्ठ मुक्केबाज का खिताब जीता, जबकि साई के लक्ष्य राठी (90 किग्रा से अधिक) को सर्वश्रेष्ठ चैलेंजर और तमिलनाडु के लुकास (50 किग्रा) को सबसे होनहार मुक्केबाज का पुरस्कार मिला।



